गलती तो इतनी है हमारी कि खुद को
तुम्हारे हर एक लम्हे का हक़दार समझ बैठे
कहा था तुमने हर एक कि अपनी अलग होती है ज़िन्दगी
पर खुद कि ज़िन्दगी दे तुमको ज़िम्मेदार समझ बैठे
हर एक लम्हे में तुम्हे ढूंढा करते
न होती तुम तो मायूस हुआ करते
गलती तो इतनी है हमारी कि तुम्हे अपना संसार
और तुम्हारे बिन इस संसार को बेकार समझ बैठे
कहा था तुमने समय के साथ सब बदल जाता है
पर हम तुम्हरे मेरे प्यार को सदाबहार समझ बैठे
गलती तो इतनी है हमारी कि तुमको अपना सबकुछ
और खुद को तुम्हारे बिन लाचार समझ बैठे
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