Friday, November 1, 2013

एहसास


ज़िन्दगी बदल गई मेरी मुझे जीना आगया।

हवा में मेहक सी जान पड़ती है
फ़िज़ा में एक चहक सी जान पड़ती है
हर कोई जैसे मुस्कुरा रहा हो
मन ही मन कोई प्यारा गीत गुनगुना रहा हो
क्या खूब है ये बदला हुआ मिज़ाज़
तसल्ली सी है जैसे जी रहा हु आज

चलते चलते जैसे मंज़िल पे पैर आगया
ज़िन्दगी बदल गई मेरी मुझे जीना आगया।

No comments:

Post a Comment