Wednesday, December 26, 2012

I Know But I don't Know

I don't know what problems you are facing in life
I don't know what mood you are in

But I wish all your troubles go away from you
But I wish you feel at the top of the world

I don't know if I would be troubling you with my call
I don't know if you would get irritated when you hear my voice

But I want you to know I am thinking of you
But I want you to know I care for you

I know you have reasons not to talk to me
I know I did what no body expects from a friend

But I don't know how to change what had happened
But I don't know how to get you once again as a friend

I know I do not deserve what you have given me
I know I have been too much demanding

But I don't know how could I hurt you 
But I don't know how could I lose you

I don't know where you would be
I don't know what would happen to me

But I know I would not forget a friend, you
But I know I would never get somebody like you

Sunday, December 23, 2012

बस तरीका बदल गया है

गुमराह कल भी किये जाते थे हम
और आज भी हो रहे हैं
बस तरीका बदल गया है ।

कभी धर्म के नाम पे होते थे
भूत प्रेत के नाम पे होते थे
आज टेक्नोलॉजी के नाम पर
फ्रीडम की अधूरी मीनिंग के नाम पर हो रहे हैं ।

बेवकूफ तो कल भी बनते थे हैं हम
और आज भी बन रहे हैं ।

बस तरीका बदल गया है ।

पुरानी बुराइयाँ हटाने के नाम पर हम
जो भी पुराना है उसे हटा रहे हैं
अन्धाधुन्ध कॉपी करने के चक्कर में
जो सदियों से कमाया है वो भी गवां रहे हैं ।

गुलाम तो कल भी थे हम
और आज भी हैं ।

बस तरीका बदल गया हैं ।

ज्ञान वो जो मानवता के काम आये
सिर्फ वो नहीं जो की बस बेचा जाये
पैसों की अंधी प्रगति के नाम पर
आज हम इंसानों में इंसानियत खो रहे हैं ।

अज्ञानी तो कल भी थे हम
और आज भी हैं ।

बस तरीक अबदल गया है ।

Friday, June 1, 2012

किनारे का सच

बरबादियों की ओर बढ़ा जा रहा हूँ
आज फिर तुमसे मोहब्बत किये जा रहा हूँ
किनारा मिलेगा कैसे मुझे जब
खुद ही समंदर की ओर बहे जा रहा हूँ

आज फिर तुमसे मोहब्बत किये जा रहा हूँ |

भूला नहीं है वो एहसास मुझको
मिल न रही थी जब एक साँस मुझको
वो तूफान वो पानी किनारा न दिखना
जहाँ छोड़ कर चले आये थे मुझको

 फिर भी मैं ये क्या किये जा रहा हूँ
आज फिर तुमसे मोहब्बत किये जा रहा हूँ |

 दिन कैसे बीते, कैसे रातें बिताईं
खुद की ही बातें खुदी को सुनाई
डूबता-उभरता हवाओं सहारे
जब आज मैं लग गया हूँ किनारे

 तो क्यों फिर वो गलती मैं दोहरा रहा हूँ
आज फिर तुमसे मोहब्बत किये जा रहा हूँ |






Sunday, May 27, 2012

आज बारिश का इंतज़ार नहीं

आज बारिश का इंतज़ार नहीं
तुम जो यहाँ नहीं ।

बूंदों से लगाव नहीं
हवाओं से प्यार नहीं
आज कोई बहार नहीं
तुम जो यहाँ  नहीं

कोई नई कहानी नहीं
कोई याद पुरानी नहीं
आज कोई बात नहीं
आज कोई जज़्बात नहीं

आज कोई आह नहीं
आज कोई राह नहीं
आज कोई गीत नहीं
आज कोई वाह नहीं

आज बारिश का इंतज़ार नहीं
तुम जो यहाँ नहीं ।

आज कोई कसम नहीं
आज कोई रसम नहीं
आज कोई दर्द नहीं
आज कोई इलाज़ नहीं

आज कोई आस नहीं
आज कोई प्यास नहीं
आज कोई दूर नहीं
आज कोई पास नहीं

अब कोई सपना नहीं 
अब कोई अपना नहीं 
अब कोई यार नहीं 
अब किसी से प्यार नहीं 

आज बारिश का इंतज़ार नहीं
तुम जो यहाँ नहीं ।

Monday, March 26, 2012

ये दुनियां

दिखावा ! दिखावा! दिखावे की दुनियां
न तेरी न मेरी, किसी  की ये दुनियां

न यादों की दुनियां न वादों की दुनिया
टूटे हुए स्वप्न साज़ों की दुनिया

अंधेरों की दुनियां ये  रातों की दुनिया
चरमर से करते इरादों की दुनियां

आरों की दुनिया न प्यारों की दुनिया
बेबस परेशान बेसहारों की दुनिया...