Sunday, December 23, 2012

बस तरीका बदल गया है

गुमराह कल भी किये जाते थे हम
और आज भी हो रहे हैं
बस तरीका बदल गया है ।

कभी धर्म के नाम पे होते थे
भूत प्रेत के नाम पे होते थे
आज टेक्नोलॉजी के नाम पर
फ्रीडम की अधूरी मीनिंग के नाम पर हो रहे हैं ।

बेवकूफ तो कल भी बनते थे हैं हम
और आज भी बन रहे हैं ।

बस तरीका बदल गया है ।

पुरानी बुराइयाँ हटाने के नाम पर हम
जो भी पुराना है उसे हटा रहे हैं
अन्धाधुन्ध कॉपी करने के चक्कर में
जो सदियों से कमाया है वो भी गवां रहे हैं ।

गुलाम तो कल भी थे हम
और आज भी हैं ।

बस तरीका बदल गया हैं ।

ज्ञान वो जो मानवता के काम आये
सिर्फ वो नहीं जो की बस बेचा जाये
पैसों की अंधी प्रगति के नाम पर
आज हम इंसानों में इंसानियत खो रहे हैं ।

अज्ञानी तो कल भी थे हम
और आज भी हैं ।

बस तरीक अबदल गया है ।

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