दिखावा ! दिखावा! दिखावे की दुनियां
न तेरी न मेरी, किसी की ये दुनियां
न यादों की दुनियां न वादों की दुनिया
टूटे हुए स्वप्न साज़ों की दुनिया
अंधेरों की दुनियां ये रातों की दुनिया
चरमर से करते इरादों की दुनियां
आरों की दुनिया न प्यारों की दुनिया
बेबस परेशान बेसहारों की दुनिया...
न तेरी न मेरी, किसी की ये दुनियां
न यादों की दुनियां न वादों की दुनिया
टूटे हुए स्वप्न साज़ों की दुनिया
अंधेरों की दुनियां ये रातों की दुनिया
चरमर से करते इरादों की दुनियां
आरों की दुनिया न प्यारों की दुनिया
बेबस परेशान बेसहारों की दुनिया...